कितना मुश्किल ये अपनी ज़िन्दगी से मिलना है
अजनबी को जो किसी अजनबी से मिलना है
ऐ उम्मीद तूने तो देखा ज़रूर होगा उसे
मुझको एक बार किसी भी खुशी से मिलना है
दोस्तों के शहर में तो नहीं मिली मुझको
अब कहाँ जाऊँ, मुझे दोस्ती से मिलना है
हो चुका तंग फरिश्तों से रोज मिलते हुए
सच तो ये है कि मुझे आदमी से मिलना है
अब अगर आओ तो उसको भी साथ ले आना
ऐ नदीश मुझको तेरी बेबसी से मिलना है
लोकेश नदीश